निर्भया कांड की बरसी पर पटना में महिला संगठनों का प्रदर्शन
पटना: 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटना की 12वीं बरसी पर सोमवार को पटना में महिला संगठनों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया। बुद्ध स्मृति पार्क के पास आयोजित इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा), बिहार महिला समाज, घरेलू कामगार यूनियन सहित कई अन्य संगठनों ने भाग लिया।
इस अवसर पर आयोजित सभा में महिलाओं ने कहा कि निर्भया कांड के 12 साल बाद भी महिलाओं की सुरक्षा के सवाल जस के तस बने हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा गठित वर्मा आयोग के प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया और निर्भया फंड का उपयोग वास्तविक उद्देश्यों की बजाय प्रचार-प्रसार में हो रहा है।
सभा को मीना तिवारी, निवेदिता झा, सरोज चौबे, अनुराधा, कृष्णा, प्रो. अनीता सिन्हा, प्रीति कुमारी, सिस्टर लीमा, चंद्रकांता, अफ्शा जबीं, जया, अमृता कुमारी और शगुफ्ता यास्मीन जैसे वक्ताओं ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता सरोज चौबे ने की।
वक्ताओं ने बिहार सरकार पर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के फंड के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया और कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में न्याय की प्रक्रिया अब भी बेहद धीमी है। उन्होंने सरकार से महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और लंबित सुधारों को लागू करने की मांग की।
इस कार्यक्रम में कृष्णा देवी, रिंकू कुमारी, शाहिदा, वीणा देवी, राधा, अनिता देवी समेत कई महिलाएं मौजूद रहीं।
महिला संगठनों ने इस अवसर पर कहा कि यह संघर्ष सिर्फ निर्भया के लिए नहीं बल्कि हर उस महिला के लिए है, जो आज भी हिंसा और अन्याय का शिकार हो रही है। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने एकजुट होकर आवाज उठाने की प्रतिबद्धता जताई।