पटना में भाकपा का प्रतिरोध मार्च, अदानी मामलों की जेपीसी जांच की मांग
प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन पटना जिलाधिकारी को सौंपा। इसमें अदानी समूह के मामले की जेपीसी से जांच कराने, महंगाई और बेरोजगारी पर रोक लगाने तथा देश में नफरत की राजनीति समाप्त करने की मांग की गई।
पटना: अदानी समूह की कंपनियों के धंधों और दलाल पूंजीपतियों को सरकार द्वारा बढ़ावा देने की जांच कराने, बेरोजगारी और महंगाई पर रोक लगाने, तथा नफरत की राजनीति समाप्त करने की मांग को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने आज पटना में जोरदार प्रतिरोध मार्च और सभा का आयोजन किया।
यह प्रतिरोध मार्च वीरचंद पटेल पथ से शुरू होकर अदालतगंज और जीपीओ होते हुए बुद्ध स्मृति पार्क तक गया, जहां यह एक जनसभा में बदल गया। इस मार्च में “अडानी से यारी, देश से गद्दारी नहीं चलेगी,” “अडानी के धंधों की जेपीसी से जांच कराओ,” और “महंगाई-बेरोजगारी पर रोक लगाओ” जैसे नारे लगाए गए।
नेताओं ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा राष्ट्रीय परिषद की सदस्या राजश्री किरण ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “अडानी समूह पर अमेरिका में केस चल रहे हैं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। जेपीसी से जांच की विपक्ष की मांग को भी दबाने की कोशिश की जा रही है। दूसरी ओर, देश के किसान, मजदूर और नौजवान महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त हैं।”
भाकपा पटना जिला सचिव विश्वजीत कुमार ने सरकार पर देश की संपत्ति धनपतियों को सौंपने का आरोप लगाते हुए कहा, “देश की जनता इस गद्दारी को बर्दाश्त नहीं करेगी। भाकपा इस संघर्ष को और तेज करेगी।”
सभा को संबोधित करने वाले अन्य नेताओं में निवेदिता झा, रामलला सिंह, भोला शर्मा, कृष्णा देवी, डीपी यादव, तथा कई अन्य प्रमुख नेता शामिल थे। सभी ने केंद्र सरकार की कॉर्पोरेट-समर्थक नीतियों और बढ़ती असमानता के खिलाफ आवाज बुलंद की।
राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
प्रतिरोध मार्च के बाद भाकपा के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन पटना जिलाधिकारी को सौंपा। इसमें अदानी समूह के मामले की जेपीसी से जांच कराने, महंगाई और बेरोजगारी पर रोक लगाने तथा देश में नफरत की राजनीति समाप्त करने की मांग की गई। इस प्रतिरोध मार्च और सभा में भाकपा के कार्यकर्ता, महिला समाज के प्रतिनिधि, कर्मचारी नेता, एटक के पदाधिकारी, तथा स्थानीय नागरिकों समेत सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। यह आयोजन भाकपा के राष्ट्रव्यापी आह्वान का हिस्सा था। सभा में नेताओं ने संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया और कहा कि भाकपा देश की जनता के हक के लिए आगे भी अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी।