पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने बिहार में महागठबंधन के घटक के रूप में तीन लोकसभा सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने का मन बना लिया है। इसका फैसला विगत दिनों पार्टी के राज्य सचिवमंडल की विशेष बैठक में लिया गया,जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड डी. राजा ने भी हिस्सा लिया। सोमवार को पार्टी बैठक के उपरांत सीपीआई महासचिव डी. राजा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात कर राज्य पार्टी का पक्ष रखा और राष्ट्रीय पैमाने पर बने गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A) को मुकम्मिल सफलता दिलाने के उद्देश्य से सभी घटक दलों से सकारात्मक, सहयोगात्मक और लचीला रूख अपनाते हुए सम्मानजनक समझौता करने की आवश्यकता पर बल दिया।
बिना समय गवाये भरोसे का माहौल पैदा करें घटक दल
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य इकाई ने लगभग दर्जन भर सीटों पर चुनाव लड़ने की अपनी निर्णायक सामर्थ्य और दावे पर पुनर्विचार करते हुए मौजूदा रष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा- आरएसएस को करारी शिकस्त देकर लोकतंत्र, संविधान, समावेशी राष्ट्रीय विरासत और जन संघर्षों के बलबूते आजादी के बाद हासिल की गयी उपलब्धियों की रक्षा के निमित्त विपक्षी दलों की एकजुटता और गठबंधन की अनिवार्यता के मद्देनजर बिहार में जिन तीन लोक सभा सीटों पर अंतिम रूप से अपने उम्मीदवार खड़े करने का निर्णय लिया है। वे लोकसभा सीट है बेगूसराय, बांका और मधुबनी। सीपीआई ने बिहार में महागठबंधन के सभी घटक दलों से अपील की है वे यथार्थपरक और समावेशी दृष्टिकोण अपनाते हुए सम्मानजनक समझौते का मार्ग प्रशस्त कर विश्वसनीयता और भरोसे का माहौल बिना समय गंवाये पैदा करें।
पार्टी मीटिंग के बाद मंगलवार को पटना में सीपीआई महासचिव डी राजा प्रेस से मुखातिब थे। इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में सीट के सवाल पर बहुत कुछ नहीं कहा था। मीडिया कर्मियों द्वारा सीट शेयरिंग पर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा था कि ‘ विपक्षी गठबंधन इंडिया के अंतिम बैठक में निर्णय लिया गया है कि जल्द से जल्द सीट का मसला सुलझा लिया जाय। बिहार में भी सभी घटक दलों के बीच बातचीत का दौर जारी है। यह पूछे जाने पर की बिहार में उनकी पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसका निर्णय उनके पार्टी की बिहार इकाई करेगी।