दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ‘महिला अदालत’, अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
दिल्ली में ‘महिला अदालत’ कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए गृह मंत्रालय की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र से छीनकर दिल्ली सरकार को मिलनी चाहिए।
दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर आयोजित ‘महिला अदाल कार्यक्रम में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल हुए। इस कार्यक्रम की मेजबानी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में केवल “नाम का गृह मंत्रालय” है, जो जमीन पर कोई काम नहीं कर रहा है।
निर्भया कांड का जिक्र
अखिलेश यादव ने दिल्ली में 2012 के निर्भया कांड का जिक्र करते हुए कहा कि यह घटना न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया था। इसके बाद सख्त कानून बनाए गए थे, लेकिन आज भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हालात चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा:
“हमने दिल्ली के लोगों के साथ भेदभाव होते देखा है। मैं अरविंद केजरीवाल जी को बधाई देता हूं कि इतना कुछ होने के बाद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ।”
गृह मंत्रालय पर सवाल
अखिलेश यादव ने केंद्र के गृह मंत्रालय पर निशाना साधते हुए कहा:
“यह कैसा गृह मंत्रालय है जो न दिल्ली में सुरक्षा दे पा रहा है और न ही मणिपुर में। न दिल्ली सुरक्षित है और न मणिपुर।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली की महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए सवाल उठाना बेहद जरूरी है। अगर दिल्ली सरकार को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाए, तो महिलाओं के लिए हालात बेहतर हो सकते हैं, जैसे दिल्ली सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य में बदलाव किए हैं।
महिलाओं की सुरक्षा पर जोर
कार्यक्रम के अंत में अखिलेश यादव ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा देश का सबसे बुनियादी सवाल है। उन्होंने दिल्ली की माताओं और बहनों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें अरविंद केजरीवाल जैसे नेतृत्व को दोबारा सत्ता में लाना चाहिए ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
“दिल्ली की सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव किए हैं। अगर उन्हें सुरक्षा की जिम्मेदारी भी मिल जाए तो दिल्ली की माताएं-बहनें खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी।”
निष्कर्ष
महिला सुरक्षा पर आयोजित इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल ने एक मंच से केंद्र सरकार को घेरा और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की।